मध्य प्रदेश के माननीयों से विश्रामगृह का मोह छूट नहीं रहा है। बार-बार नोटिस मिलने के बावजूद कुछ विधायकों ने विश्राम गृह नहीं छोड़े हैं। दरअसल इनको तोड़कर नए आवास बनाए जाना है, लेकिन विधायक इन्हें खाली ही नहीं कर रहे।
Sandhyamidday@bhopal@ मध्य प्रदेश में विधायकों के लिए बने पुराने विश्राम गृह को तोड़कर नए आवास बनाने का काम खुद विधायकों की वजह से ही अटक गया है। पुराने पारिवारिक खंड और खंड-एक को तोड़ा जाना है, लेकिन बार-बार नोटिस देने के बाद भी वरिष्ठ विधायक व पूर्व स्पीकर गिरीश गौतम, हेमंत कटारे और केदार चिड़ा भाई डाबर ने पुराना आवास नहीं छोड़ा।
जबकि टेंडर के समय विधानसभा ने निर्माण एजेंसी के सामने शर्त रखी थी कि इसे 18 माह में पूरा करना है। गत 21 जुलाई 2025 को नए विधायक विश्राम गृह का भूमि पूजन स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव किया था, तब से लेकर अब तक तीन महीने हो गए हैं, लेकिन पूरी तरह पुराने आवास खाली नहीं हो पाए।
गिरीश गौतम के पास पुराने पारिवारिक खंड में 13,14 और 16 नंबर का आवास है। उन्हें नए पारिवारिक खंड में 10 और 21 नंबर का आवास आवंटित कर दिया गया है। मगर उन्होंने पुराना आवास नहीं छोड़ा। इसी तरह कटारे के पास खंड एक में 7,8 और 9 नंबर का आवास है। डावर के पास पुराने पारिवारिक खंड में आवास है।
इन दोनों भवनों में कुल 102 आवास खंड एक में और 24 पुराने पारिवारिक खंड में हैं, जिसमें सिर्फ ये तीन विधायकों ही नई जगह नहीं गए।
इनको 3 से 4 नोटिस दिए जा चुके हैं। यदि ये विधायक अब आवास खाली करेंगे तब, पुराने भवन को तोड़ने की कार्रवाई प्रारंभ हो पाएगी।
तीन विधायकों के अलावा सभी ने खाली किए आवास
नए व बड़े (तीन बीएचके) विधायक विश्राम गृह बनाने का प्रोजेक्ट 130 करोड़ का है। एजेंसी से विधानसभा ने कहा कि जिस दिन विधायक इसे खाली कर देंगे, उस दिन से 18 महीने में काम पूरा करना होगा। यदि विधायक जुलाई या अगस्त के पहले पखवाड़े में ही खाली कर देते तो अब तक नींव का काम शुरू हो जाता है।
अब नवंबर या दिसंबर से काम प्रारंभ होगा तो लागत बढ़ सकती है। उपरोक्त तीन विधायकों को छोड़ दें तो बाकियों ने आवास रिक्त कर दिए हैं। विधानसभा के कुछ कर्मचारी भी इन भवनों में रहते थे, वे भी खाली कर चुके हैं।
पहले कहा था दिवाली तक खाली कर देंगे
चौथे नोटिस के बाद विधायकों की ओर से विधानसभा को कहा गया था कि वे दिवाली तक आवास खाली कर देंगे। दिवाली भी गुजर गई, लेकिन विधायकों का सामान पड़ा हुआ है। निर्माण एजेंसी के लोग इसके लिए विधानसभा के चक्कर लगा रहे हैं।
नए और पुराने की स्थिति
वर्तमान में विश्रामगृह 125-125 वर्गफीट के हैं। नए आवास 2600 वर्गफीट के होंगे।
ग्रीन बिल्डिंग के कॉन्सेप्ट पर इसे बनाया जाना है। सौर ऊर्जा पैनल लगेंगे।
नए प्रोजेक्ट में 5 विंग होंगी। जहां ए विंग में 18, बी और सी विंग में 22-22, विंग डी और ई में 20-20 फ्लैट होंगे। सभी बिल्डिंगों की उंचाई 24 मीटर होगी।
पुराने पारिवारिक खंड में 24 आवास हैं, जो कि 700 वर्ग फीट के हैं। खंड एक में 102 सिंगल कमरे हैं जो काफी छोटे हैं। इस खंड में विधायकों को तीन-तीन कमरे दिए जाते हैं।

