दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक गूगल (Google) की पेरेंट अल्फाबेट (Alphabet) अब तक की सबसे बड़ी खरीदारी की तैयारी में है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी तेजी से बढ़ रही साइबरसिक्योरिटी स्टार्टअप Wiz का अधिग्रहण करने की करीब है। यह डील 23 अरब डॉलर की हो सकती है।
यह कंपनी क्लाउट कंप्यूटिंग के लिए साइबरसिक्योरिटी सॉफ्टवेयर बनाती है। अगर यह डील आगे बढ़ती है तो यह गूगल की अब तक की सबसे बड़ी खरीदारी होगी। इससे यह बात भी सामने आई है कि गूगल साइबरसिक्योरिटी मार्केट में बड़ा दांव खेलने की तैयारी में है। Wiz ने इसी साल वेंचर कैपिटल इनवेस्टर्स से एक अरब डॉलर जुटाए थे। उसके बाद से ही गूगल और Wiz के बीच बातचीत शुरू हो गई थी। दोनों कंपनियों के बीच डील अभी फाइनल नहीं हुई है और आगे कुछ भी हो सकता है। हालांकि दोनों कंपनियों ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
गूगल के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी डील मोटोरोला की खरीद थी। करीब एक दशक पहले गूगल ने मोटोरोला को 12.5 अरब डॉलर में खरीदा था। लेकिन भारी नुकसान होने के कारण गूगल ने दो साल बाद ही मोटोरोला को बेच दिया था। हालिया फंडिंग राउंड में Wiz की वैल्यूएशन 12 अरब डॉलर लगाई गई थी।
यानी गूगल उसे वैल्यूएशन से दोगुनी कीमत दे रही है। क्लाउड पर फोकस मार्च, 2022 में अल्फाबेट ने साइबरसिक्योरिटी फर्म Mandiant को $5.4 अरब में खरीदा था। इसका मकसद अपने क्लाउड कंप्यूटिंग बिजनस को मजबूत करना और कंपनियों के साइबर हमलों से बचाना था। कंपनी अपने कोर सर्च एडवरटाइजिंग बिजनस से इतर अपने रेवेन्यू को डाइवरसिफाई करना चाहती है। इसमें क्लाउड पर उसका खासा जोर है।
कंपनी की क्लाउड सेल्स बढ़ी है लेकिन उसे माइक्रोसॉफ्ट और ऐमजॉन से कड़ा मुकाबला करना पड़ रहा है। हाल के वर्षों में क्लाउड कंप्यूटिंग की अहमियत बढ़ रही है। कंपनियों ने अपने डेटा को क्लाउड प्लेटफॉर्म्स पर शिफ्ट करने के लिए काफी खर्च किया है।

