चेतन भगत से उनकी नई किताब इलेवन रूल्स फॉर लाइफ पर बातचीत
● इलेवन रूल्स फॉर लाइफ लिखने के पीछे आपकी सोच क्या थी?
मुझे लगा कि युवाओं को अपना जीवन कैसे जीना चाहिए, इस मामले में उन्हें रास्ता दिखाए जाने की बहुत जरूरत है, भटकाव और तमाम आकर्षणों से भरी इस दुनिया में अपना फोकस खो देना बहुत आसान है. एक और रोमांटिक नॉवेल एंटरटेनमेंट के लिहाज से तो बढ़िया रहता लेकिन उससे सीखने की वह जरूरत पूरी नहीं होती जिसकी इस समय में इस पीढ़ी को है. शायद इसीलिए मुझे इस तरह की सेल्फ हेल्प बुक का ख्याल आया जो मजेदार और रोचक हो.
● जीवन में इस तरह के नियमों की जरूरत क्यों है? हम असल में अधूरा जीवन जीते हैं.
न तो अपनी सेहत को लेकर अपनी क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल कर पाते हैं, और न ही अपने करियर में पूरी तरह आगे बढ़ पाते हैं. यह सब होता है हमारे जीवन में सही मार्गदर्शन की कमी से. इन 11 नियमों का पालन किया जाए तो जीवन को एक लक्ष्य और दिशा मिलती है. ये नियम मेरे लिए कारगर रहे हैं और उम्मीद है कि पाठकों के लिए भी काम के साबित होंगे.
● शुरू में किताब के परिचय में ही आपने पढ़ने का महत्व बताया है. लोगों की पढ़ने की आदत क्यों छूट रही है?
पढ़ना इसलिए छूटता जा रहा है क्योंकि वीडियो देखना पढ़ने की तुलना में कहीं ज्यादा आसान और मजेदार होता है. पढ़ने से एकाग्रता और कल्पनाशीलता विकसित होती है. पढ़ना छोड़ते ही आपका दिमाग रील्स देखने का आदी हो जाएगा. किसी भी फायदेमंद आदत की तरह आपको पढ़ने की आदत डालनी पड़ती है, जैसे जिम जाने की आदत.
● और कौन-से प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं आप? मैं एक लव स्टोरी के बारे में सोच रहा हूं.
एक सेल्फ हेल्प बुक के बाद हो सकता है मेरे पाठकों को भी मुझसे एक लव स्टोरी की उम्मीद हो, हालांकि मेरा दिल भी यही लिखने का हो रहा है. इलेवन रूल्स फॉर लाइफ के बाद एक रास्ता मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर काम करने का भी खुला है, जिसे लेकर मेरी व्यस्तता इस दिनों काफी ज्यादा रही है.