बिहार के मधुबनी जिले में एक गांव है. नाम है कोईलख गांव. ये गांव लाखों में एक है. इसे लोग बोलचाल में विद्वानों का गांव बोलने लगे हैं. और हो भी क्यों नहीं. इस गांव की खासियत ही ऐसी है. यहां के हर चार आदमी में से एक व्यक्ति सरकारी अधिकारी, वैज्ञानिक, आईएएस-आईपीएस अफसर है.
मधुबनी जिले का कोईलख गांव अपने बुद्धिमान लोगों के लिए प्रसिद्ध है. यहां के प्रत्येक घर में एक न एक व्यक्ति सरकारी नौकरी में है. डॉक्टर-इंजीनियर-IAS और IPS अफसर और वैज्ञानिक अध्ययन और विज्ञान के क्षेत्रों में भूमिका अदा कर रहे हैं.
विद्वानों का गांव
कोईलख गांव के बारे में ऐसा माना जाता है यह बहुत संपन्न, सुसज्जित गांव है. यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि ये विद्वानों से भरा गांव है. कोईलख गांव में 12 वर्ण के लोग रहते हैं और अधिकतर व्यक्ति शिक्षित हैं. इस पीढ़ी ही नहीं इस गांव के लोग बहुत पहले से पढ़ते और कुछ काम करते आ रहे हैं. कुल मिला ये कह सकते हैं कि यहां परिवार के लोग किसी न किसी पेशे से जुड़े हैं.
अधिकतर लोगों को नौकरी
अगर आप इस गांव में एक बार जाएंगे और राह चलते चार लोगों से बात करेंगे तो आपको उन चार में से कोई ना कोई सरकारी नौकरी में मिलेगा. सिर्फ सरकारी ही नहीं यहां से MBBS डॉक्टर, होम्योपैथी डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, टीचर या किसी न किसी पेशे में जरूर है. गांव की व्यवस्था भी एकदम दुरुस्त है. सड़कों की स्थिति अच्छी है. कहीं मंदिर है कहीं पाठशाला , पंचायत भवन , प्लस टू विद्यालय , माध्यमिक विद्यालय , प्राथमिक विद्यालय , स्वास्थ्य उपकेंद्र. जीवन जीने के लिए सारी बुनियादी सुविधाएं यहां मिल जाएंगी.